पुलिस ने पूरी घटना की जांच कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है
कोलकाता। बेटी सज धज कर घर से निकलती थी, माता-पिता जब पूछते थे तो वो कहती थी कि मैं काम पर जा रही हूँ लेकिन काम करने के लिये वो कहा जा रही हैं ये पूछे जाने पर माता-पिता को कोई जवाब नहीं मिलता था। बार बार परिजन पूछते थे लेकिम उसका ना तो कोई जवाब मिलता और ना ही उन्हें संतुष्टी मिलती थी। बेटी की इन हरकतों से तंग आकर आखिरकार माता-पिता ने बेटी को आजिवन घर में कैद करने का फैसला किया और उन्होंने उसे घर में नजरबंद रखने के लिए उसके पैरों में जंजीरें डाल दीं। घटना हावड़ा के मालीपांचघोरा थाना अंतर्गत घुसड़ी की हैं। माता-पिता ने बेटी के पैरों में जंजीर लगाकर उसे 15 दिनों तक घर में कैद रखा लेकिन जब इसकी खबर पड़ोसियों को लगी तो उन्होंने इस मामले में हस्तक्षेप किया और पुलिस को साथ लेकर लड़की को जंजीर मुक्त करवाया। युवती की मां का दावा है कि उसकी बेटी काम के लिए बाहर जाती है और जब हम बार-बार यह जानने के लिए कि वह कहां जा रही है और किससे मिल रही है, उसे कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिलता था, जिसके कारण ही उन्होंने बेटी की अस्मत की सुरक्षा के लिये उसे जंजीर से बांध कर कैद कर लिया।
हालांकि परिवारवालों के दावों से इतर युवती ने दावा किया कि उसके माता-पिता उस पर जबरन शादी कराना चाहते हैं लेकिन लड़की मेहनत कर खुद के दम पर अपनी किस्मत सवांरना चाहती है। लड़की ने कहा कि मेरा मकसद पढ़ाई और काम करके अपना जीवन बनाना हैं लेकिन इसमें माता-पिता बाधा डाल रहे हैं। मैंने अपने ही घर में 15 दिन नारकीय पीड़ा में बिताया हैं यही नहीं मैं किसी से बात ना कर सकू इसके लिये मुझसे मेरा मोबाइल फोन भी छीन लिया गया।
बहरहाल पीडि़त युवती और उसके माता-पिता के अलग-अलग दांवे हैं लेकिन इन दांवो में उलझी पुलिस ने फिलहाल जंजीरों में जकड़े हुए युवती को आजाद करा दिया हैं लेकिन पुलिस के लिये अब समस्या ये बन गयी हैं कि पीडि़त युवती अब अपने माता-पिता के साथ रहना ही नहीं चाहती। उधर पीडि़ता के माता-पिता ने पुलिसिया पूछताछ में बताया कि वे अपनी किस्मत पर पछताने के साथ-साथ वे अपनी बेटी के लिए उज्ज्वल भविष्य भी चाहते हैं। पुलिस ने पूरी घटना की जांच कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।